Flax Seeds Hindi Meaning & Uses
- Pritam Verma
- Dec 30, 2017
- 3 min read

आज हम आपको Flaxseed के बारे में जानकारी देंगे। Flaxseed को हम सभी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कम लोग इसे जानते हैं। क्योंकि Flaxseed अंग्रेजी का नाम हैं, और भारत के 95 % लोग इसे हिंदी के नाम से जानते हैं। हम आप अपनी पोस्ट में आपको बतायेगे फ्लक्ससीड का अर्थ हिंदी में ( Flaxseed Meaning in Hindi) Flaxseed को हिंदी में अलसी का बीज कहते हैं। अलसी का यह बीज देखने में जितना छोटा होता हैं, इसके गुण उतने ही अधिक होते हैं। जी हां, छोटे से दिखने वाले अलसी के बीज में मानव शरीर के लिए फायदेमंद अनेक गुण छिपे हुये हैं।

पुराने ज़माने में लोग अलसी के गुणों के बारे में जानते थे, इसीलिए वह अपने भोजन में अलसी को अहम हिस्सा देते हैं। आजकल के लोग अलसी के गुणों को नहीं जानते। जिसके कारण वह इसका इस्तेमाल करना भी जरुरी नहीं समझते। अलसी में अनेक ऐसे गुण हैं, जो हार्ट प्रॉब्लम्स से लेकर आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कण्ट्रोल कर सकते हैं।

ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे शरीर के लिए बहुत जरुरी हैं। जो लोग मांस मछली खाते हैं, उनको ओमेगा-3 फैटी एसिड उनसे मिल जाता हैं। जो लोग शाकाहारी हैं, उनके लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड प्राप्त करने का यह बढ़िया माध्यम हैं। तो चलिए पोस्ट को आगे बढाये और जाने अनेक रोगों को दूर करने वाले अलसी के बीजो के फायदों (Alsi Seeds Benefits in Hindi) के बारे में।

अलसी बीज के फायदे (Benefits of Flax seed) 1. अलसी में घुलनशील फाइबर्स पाये जाते हैं, जो आपके शरीर के कोलेस्ट्रॉल को प्राकर्तिक रूप से कम करके रखते हैं। अलसी के बीजो का सेवन करने से धमनियों में चिपका हुआ कोलेस्ट्रॉल हटने लगता हैं, जिससे शरीर में रक्त का प्रवाह सही तरीके से होता हैं। इन सभी से फायदा यह होता हैं, कि आपको हार्ट अटैक 99 % कम हो जाता हैं। 2. अलसी के बीज के साथ साथ अलसी का तेल भी बहुत गुणकारी होता हैं। अलसी के तेल को जले भाग पर लगाने से जलन कम हो जाती हैं। कुष्ट रोग से ग्रसित लोगो के लिए अलसी के तेल के सेवन से लाभ होता हैं। 3. अगर आपके शरीर में रक्त का थक्का बन जाये, तो शरीर में रक्त प्रवाह सही से नहीं होगा। सही से रक्त प्रवाह ना होने के कारण ही Heart Attack आता हैं। लेकिन अगर आप Heart Attack से बचना चाहते हैं, तो अलसी के बीज (flaxseed) का सेवन करे। अलसी के बीज ओमेगा 3 के स्त्रोत हैं, ओमेगा 3 शरीर में खून को जमने या खून का थक्का बनने नहीं देता। 4. डायबिटीज के मरीज के लिए यह दवा का काम करती हैं। डायबिटीज के मरीजो को रोजाना 25 ग्राम अलसी का सेवन करना चाहिए। अलसी का सेवन करने के लिए आप इसके पाउडर को आटे में मिलाकर उसकी रोटी बनाकर खा सकते हैं। इससे अधिक लाभ होगा। डाइबिटीज के मरीज को सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए। अधिक सेवन से इसके नुकसान भी हो सकते हैं।

5. अलसी के बीज के पाउडर की चाय बनाकर पीने से खाँसी ठीक हो जाती हैं। खाँसी ठीक करने के लिए इस घरेलू नुस्खे को दिन में दो से तीन बार अपनाये। 6. अलसी के तेल से त्वचा की मालिश करने से त्वचा चमक उठती हैं। इस तेल से मालिश करने से शरीर की हड्डियों को मजबूती मिलती हैं। 7. कैंसर रोग में अलसी का तेल लाभकारी हैं। कैंसर रोगियों को पनीर और सूखे मेवो में 3 चम्मच अलसी का तेल मिलाकर देना चाहिए। इससे लाभ होता हैं। 8. अलसी के बीजो में फाइटोकैमिकल्स और एंटी-ऑक्सिडेंट्स तत्व पाये जाते हैं। ये तत्व हमारी त्वचा में कसावट लाते हैं, और हमारी सुंदरता को बनाये रखते हैं।

9. जिन लोगो को अधिक भूख लगती हैं, या जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें रोजाना खाना खाने से पहले फलैक्स सीड खाने चाहिए। फलैक्स सीड खाने से भूख कम लगती हैं। जिससे आपका वजन भी कम हो जाता हैं। 10. कोलोन कैंसर को बड़ी आंत का कैंसर कहा जाता हैं। अलसी के बीज में पाये जाने वाले अल्फा लाइनोइक एसिड हमें इस कैंसर से बचाते हैं।

अलसी के बीजो के साइड इफ़ेक्ट (Alsi Seeds Side Effects in Hindi)
1. जो महिलाये माँ बनने वाली हैं, या जो महिलाये अपने बच्चो को दूध पिलाती हैं, उनको असली नहीं खानी चाहिए। 2. ब्लड प्रेशर कम करने की दवा लेने वाले लोग अलसी का सेवन ना करे। क्योंकि अलसी का सेवन करने से उनका ब्लड प्रेशर जरुरत से अधिक कम हो जायेगा।

3. लो ब्लड प्रेशर के मरीज का अलसी का सेवन करने से ब्लड प्रेशर और कम हो जायेगा। इसीलिए लो ब्लड प्रेशर के मरीज अलसी का सेवन ना करे। 4. अगर आपको खून से जुडी कोई बीमारी हैं, तो अलसी का सेवन ना करे। अलसी का सेवन करने से आपका खून पतला हो जायेगा।

Comments